एक लघु चुम्बक को चुम्बकीय याम्योतर में इस प्रकार रखा जाता है कि उसका दक्षिणी ध्रुव उत्तर की ओर रहता है । चुम्बक के केन्द्र से $20$ सेमी की दूरी पर उदासीन बिन्दु प्राप्त होता है । यदि उस बिन्दु पर भू-चुम्बकीय क्षैतिज घटक का मान $ 0.3$ गॉस है तो चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण होगा
$8.0 \times {10^2}\,e.m.u.$
$1.2 \times {10^3}\,e.m.u.$
$2.4 \times {10^3}\,e.m.u.$
$3.6 \times {10^3}\,e.m.u.$
यदि $V$ और $H$ क्रमश: पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के ऊध्र्वाधर एवं क्षैतिज घटक हैं, तो उत्तरी ध्रुव के नजदीक
एक स्थान पर नमन कोण का मान $60°$ है। इस स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की सम्पूर्ण तीव्रता का मान $0.64 $ इकाई है। इस स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की क्षैतिज तीव्रता का मान....... इकाई है
दक्षिण अफ्रीका में किसी स्थान पर एक चुंबकीय सुई भौगोलिक उत्तर से $12^{\circ}$ पश्चिम की ओर संकेत करती है। चुंबकीय याम्योत्तर में संरेखित नति-वृत्त की चुंबकीय सुई का उत्तरी ध्रुव क्षैतिज से $60^{\circ}$ उत्तर की ओर संकेत करता है। पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज अवयव मापने पर $0.16 \,G$ पाया जाता है। इस स्थान पर पृथ्वी के क्षेत्र का परिमाण और दिशा बताइए।
चुम्बकीय याम्योत्तर से $30^{\circ}$ के कोण पर आभास नति $45^{\circ}$ है। सही नति ज्ञात कीजिए।
एक कम्पास सुई का चुम्बकीय आघूर्ण $60\, amp × m^2$ है, एवं किसी स्थान पर यह पृथ्वी के भौगोलिक उत्तर की ओर है। यदि इस स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक $40\, \mu Wb/m^2$, है एवं सुई के द्वारा अनुभव किया गया बल आघूर्ण $1.2 \times {10^{ - 3}}\,N \times m$ है तो इस स्थान पर दिक्पात का कोण ......$^o$ होगा