स्पर्शज्या धारामापी की चुम्बकीय सुई किसी चुम्बक के कारण $30^o$ से विक्षेपित होती है। पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक कुण्डली के तल के अनुदिश $0.34 \times {10^{ - 4}}\,T$ है। तो चुम्बक का चुम्बकीय क्षेत्र है
$1.96 \times {10^{ - 4}}\,T$
$1.96 \times {10^{ - 5}}\,T$
$1.96 \times {10^{ 4}}\,T$
$1.96 \times {10^{ 5}}\,T$
दो स्थानों पर नमन कोणों का मान क्रमशः $45^{\circ}$ तथा $30^{\circ}$ है। इन स्थानों पर एक चुम्बकीय सुई एक मिनट में क्रमशः $30$ तथा $40$ दोलन करती है। यदि, इन दो स्थानों पर पृथ्वी के कुल चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता क्रमशः $B_{1}$ तथा $B_{2}$ हैं तो, अनुपात $B_{1} / B_{2}$ का निकटतम मान होगा।
रेखायें जो समान क्षैतिज तीव्रता वाले स्थान पर मिलती हैं, कहलाती हैं
किसी स्थान पर एक टेलिफोन केबल में चार लंबे, सीधे, क्षैतिज तार हैं जिनमें से प्रत्येक में $1.0 \,A$ की धारा पूर्व से पश्चिम की ओर प्रवाहित हो रही है। इस स्थान पर पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र $0.39 \,G$ एवं नति कोण $35^{\circ}$ है। दिक्पात कोण लगभग शून्य है। केबल के $4.0 \,cm$ नीचे और $4.0 \,cm$ ऊपर परिणामी चुंबकीय क्षेत्रों के मान क्या होंगे?
एक नति सुई किसी स्थान पर चुम्बकीय याम्योत्तर में नतिकोण $\theta$ दर्शाता है। यदि नतिवृत्त को क्षैतिज तल में $x$ कोण से घुमा दिया जाये तो नति कोण $\theta '$ प्राप्त होता है $\frac{{\tan \theta '}}{{\tan \theta }}$ का मान होगा
एक नतिमापी चुम्बकीय याम्योत्तर पर लम्बवत् है । आभासी नति कोण .....$^o$ होगा