दो द्रव्यमान $2\,M$ व $M $ प्रारम्भ में $R$ दूरी पर हैं। परस्पर आकर्षण बल के प्रभाव में वे एक दूसरे की ओर गति करते हैं। जब उनके बीच की दूरी $R/2$ होती है। उस समय इनके द्रव्यमान केन्द्र का त्वरण होगा
$0\,m/{s^2}$
$g\,m/{s^2}$
$3g\,m/{s^2}$
$12g\,m/{s^2}$
यदि $3\,m$ लम्बाई की छड़ का रेखीय घनत्व इस प्रकार परिवर्तित होता है कि $\lambda = 2 + x,$ तब छड़ के गुरुत्व केन्द्र की स्थिति होगी
नगण्य भार एवं $10\,m$ लम्बाई वाली किसी दृढ़ छड़ के दोनों सिरों पर क्रमश: $10\,kg$ एवं $20\,kg$ द्रव्यमान वाले दो पिण्ड लगे हैं। तो $10\,kg$ द्रव्यमान वाले पिण्ड से, निकाय के द्रव्यमान केन्द्र की दूरी है :
लम्बाई $L$ की एक पतली छड़ का प्रति इकाई लम्बाई द्रव्यमान $\lambda$ है जो कि एक सिरे से दूरी के अनुसार रैखिकत: बढ़ता है। यदि इसका कुल द्रव्यमान $M$ है और हल्के सिरे पर प्रति इकाई लम्बाई द्रव्यमान $\lambda_{ O }$ है, तब हल्के सिरे से द्रव्यमान केन्द्र की दूरी है
आरेख में एकसमान द्रव्यमान $M$ की कोई चक्रिका दर्शायी गयी है जिसका पष्ठीय द्रव्यमान घनत्व $\sigma$ है। इस चक्रिका के एक चौथाई भाग (छायांकित भाग) का संहति केन्द्र $\left(\frac{ x }{3} \frac{ a }{\pi}, \frac{ x }{3} \frac{ a }{\pi}\right)$ है, जहाँ $x\,......$ है। (निकटतम पूर्णांक तक पूर्णांकित)
[आरेख में दर्शाए अनुसार $a$ कोई क्षेत्रफल है]
$HCl$ अणु में दो परमाणुओं के नाभिकों के बीच पृथकन लगभग $1.27 \;\mathring A\left(1\; \mathring A=10^{-10} \;m \right)$ है । इस अणु के द्रव्यमान केंद्र की लगभग अवस्थिति ज्ञात कीजिए । यह ज्ञात है कि क्लोरीन का परमाणु हाइड्रोजन के परमाणु की तुलना में $35.5$ गुना भारी होता है तथा किसी परमाणु का समस्त द्रव्यमान उसके नाभिक पर केंद्रित होता है ।