$0°C$ पर स्थित $50$ ग्राम बर्फ को $80°C$ पर स्थित $50$ ग्राम जल में मिलाया जाता है। मिश्रण का अन्तिम ताप ........ $^oC$ होगा
$0$
$40$
$40$
$4$
एक $100\,g$ लोहे की कील $1.5\,kg$ हथौड़े के द्वारा $60\,ms ^{-1}$ के वेग से ठोकी जाती है। कील के तापमान मे $.......... ^{\circ}\,C$ वृद्धि होगी यदि हथौड़े की एक चौथाई ऊर्जा कील के ऊष्मन में जाती है ।
[लोहे की विशिष्ट ऊष्मा धारिता $=0.42\,Jg ^{-1}{ }^{\circ}\,C ^{-1}$ ]
$0°C$ पर स्थित $50\, gm$ बर्फ एक कुचालक पात्र में रखी है। इसमें $100°C$ वाले $50\,gm$ जल को मिलाया जाता है। तब मिश्रण का अन्तिम ताप होगा (ऊष्मा क्षय नगण्य है)
$-10°C$ पर स्थित $1\, gm$ बर्फ को $100°C$ की भाप में परिवर्तित करने के लिए आवश्यक ऊर्जा ........ $J$ होगी
$0.1 \,kg$ द्रव्यमान की धातु की एक गेंद को $500^{\circ} C$ तक गर्म करते हैं और $800 \,JK ^{-1}$ ऊष्माधारिता वाले एक पात्र, जिसमें $0.5 \,kg$ पानी है, के अन्दर डाल देते हैं। पानी तथा पात्र का आरम्भिक तापमान $30^{\circ} C$ है। पानी के तापमान में हुई प्रतिशत वृद्धि लगभग ........ $\%$ है ? (पानी तथा धातु की विशिष्ट ऊष्माधारितायें क्रमश : $4200 \,Jkg ^{-1} K ^{-1}$ तथा $400\, JKg ^{-1} K ^{-1}$ हैं]
द्रव्यमान $192 \,g$ वाली अज्ञात धातु को $100^{\circ} C$ तापमान तक गर्म कर $8.4^{\circ} C$ तापमान वाले $240 \,g$ जल से भरे हुए $128 \,gm$ द्रव्यमान के पीतल के केलोरीमीटर में डुबोया जाता है। यदि जल का तापमान $21.5^{\circ} C$ पर स्थिर हो जाता है तो अज्ञात धातु की विशिष्ट ऊष्मा ज्ञात $.....\,J kg ^{-1} K ^{-1}$ कीजिये। (पीतल की विशिष्ट ऊष्मा $394 \,J kg ^{-1} K ^{-1}$ होती है)