$0°C$ पर स्थित $50\, gm$ बर्फ एक कुचालक पात्र में रखी है। इसमें $100°C$ वाले $50\,gm$ जल को मिलाया जाता है। तब मिश्रण का अन्तिम ताप होगा (ऊष्मा क्षय नगण्य है)
$10°C$
$0^\circ < < {T_m} < 20^\circ C$
$20°C$
$20°C$ से अधिक
एक $30^{\circ} C$ के द्रव को एक ऊष्मामापी (calorimeter), जिसका तापमान $110^{\circ} C$, में धीरे-धीरे डाला जाता है। द्रव का क्वथनांक (boiling temperature) $80^{\circ} C$ है। ऐसा पाया गया कि द्रव का पहला $5 gm$ पूर्ण रूप से वाष्पित हो जाता है। इसके बद द्रव की $80 gm$ और मात्रा डालने पर साम्यावस्था का तापमान $50^{\circ} C$ हो जाता है। द्रव की गुप्त (latent) और विशिष्ट (specific) ऊष्माओं का अनुपात . . . . .${ }^{\circ} C$ होगा। [वातावरण के साथ ऊष्मा स्थानान्तरण को उपेक्षणीय माने]
कैलोरीमापी बने होते हैं
$M$ द्रव्यमान एवं $S$ विशिष्ट ऊष्मा वाले एक द्रव का ताप $2t$ है। एक अन्य द्रव, जिसकी ऊष्माधारिता पहले की $1.5$ गुनी एवं ताप $\frac{t}{3}$ है, पहले द्रव में मिला दिया जाता है। मिश्रण का अन्तिम ताप होगा
$100°C$ ताप वाली भाप को, $0.02\, kg$ जल तुल्यांक वाले कैलोरी मीटर मे $15°C$ ताप पर भरे $1.1\, kg$ जल मे प्रवाहित किया जाता है। परिणाम स्वरूप कैलोरी मीटर एवं जल का ताप $80°C$ हो जाता है तब भाप का संघनित द्रव्यमान $kg$ में है
एक वस्तु की ऊष्माधारिता $80 \,cal$ है तब इसका जल तुल्यांक है