$3\,N$ तथा $2 \,N$ परिमाण के दो बल कोण पर इस प्रकार कार्यरत है, कि उनका परिणामी $R$ है। यदि प्रथम बल को $6\,N$ तक बढ़ा दिया जाये, तो परिणामी बल $2R$ हो जाता है। का मान....... $^o$ है
दो बलों ${F_1}$ व ${F_2}$ का सदिश योग ${F_3}$ के तुल्य है, इसका चित्रण निम्न में किस चित्र में किया गया है
दो बलों $\overrightarrow{ P }$ और $\overrightarrow{ Q }$ को जोड़कर मिलने वाला बल $\overrightarrow{ R }$ ऐसा है कि $|\overrightarrow{ R }|=|\overrightarrow{ P }|$. यदि $2 \overrightarrow{ P }$ और $\overrightarrow{ Q }$ को जोड़कर मिलने वाला परिणामी बल $\overrightarrow{ Q }$ से $\theta$ कोण (डिग्री में) बनाता हो तो $\theta$ का मान होगा |
विभिन्न तलों में कितने न्यूनतम अशून्य सदिशों का योग शून्य परिणामी देगा
यदि $|\,\mathop A\limits^ \to + \mathop B\limits^ \to \,|\, = \,|\mathop A\limits^ \to \,| + |\,\mathop B\limits^ \to \,|$, तब $\mathop A\limits^ \to $तथा $\mathop B\limits^ \to $ के बीच का कोण ....... $^o$ होगा