दो बलों ${F_1}$ व ${F_2}$ का सदिश योग ${F_3}$ के तुल्य है, इसका चित्रण निम्न में किस चित्र में किया गया है
दो सदिश $\overrightarrow{ A }$ एवं $\overrightarrow{ B }$ के परिमाण एक समान है। यदि $\overrightarrow{ A }+\overrightarrow{ B }$ का परिमाण $\overrightarrow{ A }-\overrightarrow{ B }$ के परिमाण का दो गुना है तो $\overrightarrow{ A }$ एवं $\overrightarrow{ B }$ के बीच कोण होगा $-$
तीन सदिश $\mathop A\limits^ \to = 3\hat i - 2\hat j + \hat k,\,\mathop B\limits^ \to = \hat i - 3\hat j + 5\hat k$ तथा $\mathop C\limits^ \to = 2\hat i + \hat j - 4\hat k$ बनाते हैं
दिये गये बलों के युग्म मे से किस युग्म का परिणामी $2\, N$ नहीं हो सकता
किसी कण पर एक साथ $4 \,N$ व $3 \,N$ के दो बल लगते हैं तो कण पर कुल बल है