$3\,N$ तथा $2 \,N$ परिमाण के दो बल कोण पर इस प्रकार कार्यरत है, कि उनका परिणामी $R$ है। यदि प्रथम बल को $6\,N$ तक बढ़ा दिया जाये, तो परिणामी बल $2R$ हो जाता है। का मान....... $^o$ है
$30$
$60$
$90$
$120$
सदिश $\overrightarrow{ A }$ और $\overrightarrow{ B } .$ इस प्रकार हैं कि $|\overrightarrow{ A }+\overrightarrow{ B }|=|\overrightarrow{ A }-\overrightarrow{ B }|$ इन दो सदिशों के बीच का कोण है
दो बलों ${F_1}$ व ${F_2}$ का सदिश योग ${F_3}$ के तुल्य है, इसका चित्रण निम्न में किस चित्र में किया गया है
दिये गये दो सदिशों के परिणामी के अधिकतम तथा न्यूनतम परिमाण क्रमश: $17$ तथा $7$ इकाई हैं। यदि ये दोनों सदिश परस्पर लम्बवत् हैं। तब इनके परिणामी का परिमाण होगा