केंद्रीय बल के क्षेत्र में निम्न में से क्या परिवर्तित नहीं होता
स्थितिज ऊर्जा
गतिज ऊर्जा
रेखीय संवेग
कोणीय संवेग
केन्द्र से $r$ त्रिज्या की दूरी पर चक्कर लगा रहे उपग्रह का कोणीय संवेग $L$ है। यदि उपग्रह की दूरी $r$ से बढ़ाकर $16 r$ कर दी जाये तो इसका कोणीय संवेग हो जायेगा
केप्लर के तृतीय नियम के अनुसार, सूर्य की परिक्रमा करते हुए किसी ग्रह का परिक्रमण काल $(T)$ सूर्य और उस ग्रह के बीच की औसत दुरी $r$ की तर्तीय घात के समानुपाती होता है।
अर्थात $T^2=K r^3$
जहाँ, $K$ एक स्थिरांक है
यदि सूर्य तथा ग्रह के द्रव्यमान क्रमश: $M$ तथा $m$ है तो न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण नियम के अनुसार इसके बीच गुरुत्वाकर्षण बल का मान $F =G M \frac{m}{r^2}$, होता है। जहाँ $G$ गुरुत्वाकर्षण स्थिरांक है, तो $G$ तथा $K$ के बीच संबंध है
यदि पृथ्वी की सूर्य से दूरी वर्तमान दूरी की $\frac{1}{4}$ गुनी हो जाए तो एक वर्ष का समय
केपलर के अनुसार, किसी ग्रह का आवर्तकाल $(T) $ तथा इसकी सूर्य से औसत दूरी $(r) $ के बीच सही सम्बन्ध होगा
पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर परिक्रमण काल $1$ वर्ष है। यदि इनके बीच की दूरी दोगुनी हो जाती है, तब नया परिक्रमण काल होगा