एक चालक की त्रिज्या (चित्रानुसार) बाँयी ओर से दाँयी ओर एकसमान दर से बढ़ रही है
चालक का पदार्थ समदैशिक हैं एवं इसकी वक्र सतह ऊष्मीय रूप से परिवेश से विलगित है। इसके सिरे पर ताप $T_1$ व $T_2$ ($T_1$ > $T_2$) हैं। यदि स्थायी अवस्था में, ऊष्मा प्रवाह की दर $H$ है तब निम्न में से कौनसा ग्राफ सही है
87-13

  • A
    87-a13
  • B
    87-b13
  • C
    87-c13
  • D
    87-d13

Similar Questions

दो पदार्थो जिनके ऊष्मा चालकता गुणांक $K$ तथा $2K$ तथा मोटाई क्रमश: $x$ तथा $4x$ है, को जोड़कर एक संयुक्त पट्टिका बनायी गयी है, जिसके दो बाह्य पृष्ठों के ताप क्रमश: $T_2$ तथा $T_1$ ($T_2$ > $T_1$). हैं। स्थायी अवस्था में इस पट्टिका से प्रवाहित ऊष्मा की दर  $\left( {\frac{{A({T_2} - {T_1})K}}{x}} \right)f$, है, जिसमें $f$ का मान है

  • [AIIMS 2017]
  • [AIEEE 2004]

इन्जन हौज प्रयोग के अनुसार धात्विक छड़ की ऊष्मीय चालकता $K$  तथा छड़ पर पिघले मोम की लम्बाई $l$ में सम्बन्ध है

समान लम्बाई एवं समान अनुप्रस्थ काट वाली दो छड़ों को सिरों से जोड़ा गया है। इनकी तापीय चालकताएँ $5 : 3$ में है। यदि पहली छड़ के स्वतंत्र सिरे का ताप $100oC$ एवं दूसरी छड़ के स्वतंत्र सिरे का ताप $20oC$ हो, तब सन्धि स्थल का ताप ...... $^oC$ होगा

समान पदार्थ की दो छड़ें, एक अर्द्धवृत्तीय तथा अन्य सीधी, समान अनुप्रस्थ काट वाली हैं। इन्हें चित्रानुसार जोड़ा गया है। बिन्दु $A$ तथा $B$ को विभिन्न ताप पर रखा गया है। अर्द्धवृत्तीय छड़ के अनुप्रस्थ काट से दिये गये समय में संचरित ऊष्मा तथा सीधी छड़ के अनुप्रस्थ काट से संचरित ऊष्मा का अनुपात है