समान लम्बाई एवं समान अनुप्रस्थ काट वाली दो छड़ों को सिरों से जोड़ा गया है। इनकी तापीय चालकताएँ $5 : 3$ में है। यदि पहली छड़ के स्वतंत्र सिरे का ताप $100oC$ एवं दूसरी छड़ के स्वतंत्र सिरे का ताप $20oC$ हो, तब सन्धि स्थल का ताप ...... $^oC$ होगा

  • A

    $70$

  • B

    $50$

  • C

    $80$

  • D

    $90$

Similar Questions

निम्नलिखित में से किनकी ऊष्मा-चालकता में बायीं से दायीं ओर वृद्धि होती है

किसी कमरे की एक खिड़की के कांच का क्षेत्रफल $10\;{m^2}$ है और मोटाई $2$ मिमी है, बाहर के तथा अन्दर के ताप क्रमश: ${40^o}C$ तथा ${20^o}C$ हैं। कांच की ऊष्मा चालकता $MKS$ पद्धति में $0.2$ है। प्रति सैकण्ड कमरे में ऊष्मा का संचार है

एक चकती समान मोटाई की ताँबे और पीतल की चकतियों से मिलकर बनी है, इनकी ऊष्मा चालकताओं का अनुपात $1 : 4$ है। यदि पीतल का धरातल ${100^o}C$ पर और ताँबे का $0^o C $ पर है, तो अन्त: सन्धि का ताप ....... $^oC$ होगा

  • [IIT 1981]

एक ही आकार के दो धात्विक घनों $A$ तथा $B$ को साथ जोड़कर रखा गया है। युग्म के अन्तिम सिरों को चित्र में दर्शाये गये तापमानों पर स्थिर रखा जाता है। यह विन्यास $(Arrangement)$ ऊष्मारोधित $(Thermally\,\, insulated)$ है। धातुओं $A$ तथा $B$ के ऊष्मा चालकता गुणांक क्रमश:  $300\;W/m^\circ C$ तथा $200\;W/m^\circ C$ है, तब स्थायी अवस्था में अन्तरापृष्ठ का तापमान $T $...... $^oC$ है

  • [IIT 1996]

दो पदार्थो जिनके ऊष्मा चालकता गुणांक $K$ तथा $2K$ तथा मोटाई क्रमश: $x$ तथा $4x$ है, को जोड़कर एक संयुक्त पट्टिका बनायी गयी है, जिसके दो बाह्य पृष्ठों के ताप क्रमश: $T_2$ तथा $T_1$ ($T_2$ > $T_1$). हैं। स्थायी अवस्था में इस पट्टिका से प्रवाहित ऊष्मा की दर  $\left( {\frac{{A({T_2} - {T_1})K}}{x}} \right)f$, है, जिसमें $f$ का मान है

  • [AIEEE 2004]