दो द्रव्यमान $m_1$ तथा $m_2 (m_1 > m_2)$ द्रव्यमानहीन तथा अवितान्य डोरी से परस्पर जुड़े हुए हैं, जो कि एक भारहीन तथा घर्षणहीन घिरनी से होकर जाती है। निकाय के द्रव्यमान केंद्र का त्वरण होगा
${\left( {\frac{{{m_1} - {m_2}}}{{{m_1} + {m_2}}}} \right)^2}g$
$\frac{{{m_1} - {m_2}}}{{{m_1} + {m_2}}}g$
$\frac{{{m_1} + {m_2}}}{{{m_1} - {m_2}}}g$
शून्य
$x - y$ तल जिसका केन्द्र मूल बिन्दु है तथा सिरो को मिलाने वाली रेखा $x$-अक्ष में रखे त्रिज्या $'R'$ के एकसमान अर्धवत्तीय तार का द्रव्यमान केन्द्र $\left(0, \frac{ xR }{\pi}\right)$ है। यहाँ $| x |$ का मान $.......$ होगा।
$2 \mathrm{M}$ द्रव्यमान के एक जैसे गोले समान लम्बाई $4 \mathrm{~m}$ की पारस्परिक लम्बवत भुजाओं वाले एक समकोणीय त्रिभुज के शीर्ष पर स्थित है। इन दोनों भुजाओं का प्रतिछेदन बिन्दु मूल बिन्दु हो तब निकाय के द्रव्यमान केन्द्र के स्थिति सदिश का परिमाण $\frac{4 \sqrt{2}}{x}$ है जहाँ $\mathrm{x}$ का मान. . . . . . . . . . है।
एक समकोण त्रिभुज जिसकी तीन भुजाएँ $4.0 \,cm , 3.0 \,cm$ और $5.0\, cm$ लम्बी है, के कोनों पर $1.0 \,kg , 1.5\, kg$ और $2.5\, kg$ द्रव्यमान के तीन कण रखे हुए हैं (चित्र देखें)। इस निकाय का संहति केन्द्र जिस बिन्दु पर है वह
एक समान्तर चतुर्भुज की प्रत्येक भुजा की लम्बाई a है। $m, 2\, m, 3\, m$ एवं $4\, m$ द्रव्यमान के चार कण समान्तर चतुर्भुज के शीर्षों पर स्थित हैं। चतुर्भुज की दो संलग्न भुजाओं के बीच कोण $60^o$ है। यह चतुर्भुज $x-y$ तल में स्थित है, एवं m मूल बिन्दु पर एवं $4 \,m \,x-$अक्ष पर स्थित हैं। इस निकाय के द्रव्यमान केन्द्र के निर्देशांक है