दो अनंत लम्बाई के सुचालक तारों में एक ही दिशा में धारा $I$ प्रवाहित हो रही है. इन तारों से चित्र में दर्शायी हुई आकृति बनाई जाती है. चुम्बकीय क्षेत्र का मान बिंदु $P$ पर क्या होगा?

210443-q

  • [KVPY 2016]
  • A

    $\frac{\mu_0 I}{\pi r}$

  • B

    $\frac{\mu_0 I}{r}\left(\frac{1}{\pi}+\frac{1}{4}\right)$

  • C

    zero

  • D

    $\frac{\mu_0 I}{2 \pi r}$

Similar Questions

एक बिन्दु पर पृथ्वी के चुम्बकीय, प्रेरण का मान $7 \times {10^{ - 5}}$ वेबर/मीटर$^2$ है। इसको $5$ सेमी त्रिज्या के एक वृत्ताकार चालकीय लूप के केन्द्र में उत्पन्न चुम्बकीय प्रेरण द्वारा निष्क्रिय करना है। लूप में पर्याप्त विद्युतधारा का मान .......$A$ होगा

$r$ त्रिज्या की वृत्ताकार कक्षा में घूमता हुआ एक इलेक्ट्रॉन $n$ चक्र प्रति सैकण्ड लगाता है। केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण है

दस फेरों वाली दो संकेन्द्री वृत्ताकार कुण्डलियाँ एक ही तल में स्थित हैं। इनकी त्रिज्याएँ $20\, cm$ एवं $40\, cm$ हैं तथा इनमें विपरीत दिशाओं में क्रमश: $0.2$ एवं $0.3$ ऐम्पियर धारा प्रवाहित हो रही है। केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र वेबर प्रति मीटर$^2$ में होगा

एक लम्बे धारावाही चालक से $4$ सेमी की दूरी पर स्थित बिन्दु $P$ पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता ${10^{ - 8}}$ टेसला है। उतनी ही धारा से $12$ सेमी की दूरी पर स्थित बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र होगा

  • [AIPMT 1990]

तार की एक लम्बाई $L$ में स्थाई धारा $I$ बह रही है। इसे पहले एक वृत्ताकार लूप में मोड़ा जाता है और फिर इसी तार को छोटी त्रिज्या के दो लूपों में मोड़ दिया जाता है। इसमें से उतनी ही धारा प्रवाहित करने पर इसके केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र होगा

  • [AIIMS 1980]