$20 \mathrm{~cm}$ त्रिज्या के दो एकसमान वृत्ताकार तारों को चित्रानुसार लम्बवत तलों में रखा है और इनमें प्रवाहित धारा $\sqrt{2} \mathrm{~A}$ है। वृत्ताकार तारों के केन्द्र पर कुल चुम्बकीय क्षेत्र_____________$\times 10^{-8} \mathrm{~T}$ है। (लिया है, $\pi=3.14$ )
$689$
$546$
$487$
$628$
निम्न में से कौनसी राशि सदिश है
$PQRS$ समरूप चालक तार से बना हुआ एक वर्गाकार लूप है। चित्रानुसार बिन्दु $P$ पर धारा प्रवेश करती है तथा $S$ से बाहर निकलती है। तब चुम्बकीय क्षेत्र होगा
दो अनंत लम्बाई के सुचालक तारों में एक ही दिशा में धारा $I$ प्रवाहित हो रही है. इन तारों से चित्र में दर्शायी हुई आकृति बनाई जाती है. चुम्बकीय क्षेत्र का मान बिंदु $P$ पर क्या होगा?
दो बहुत पतले धात्विक तार अक्ष $X$ और $Y$ पर हैं तथा दोनों में बराबर धारा है जैसा यहाँ दिखाया गया है। $AB$ और $CD$ दो रेखाएँ अक्षेां से $45^\circ $ पर हैं तथा अक्षों का मूल बिन्दु $O$ है। चुम्बकीय क्षेत्र, जिस रेखा पर शून्य होगा, वह है
दो समकेंद्रिक वृत्ताकार कुंडलियाँ $X$ और $Y$ जिनकी त्रिज्याएँ क्रमशः $16\, cm$ एवं $10\, cm$ हैं, उत्तर-दक्षिण दिशा में समान ऊध्वाधर तल में अवस्थित हैं। कुंडली $X$ में $20$ फेरे हैं और इसमें $16 \,A$ विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है, कुंडली $Y$ में $25$ फेरे हैं और इसमें $18\, A$ विध्यूत धारा प्रवाहित हो रही है। पश्चिम की ओर मुख करके खड़ा एक प्रेक्षक देखता है कि $X$ में धारा प्रवाह वामावर्त है जबकि $Y$ में दक्षिणावर्त है। कुंडलियों के केंद्र पर, उनमें प्रवाहित विध्यूत धाराओं के कारण उत्पन्न कुल चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण एवं दिशा ज्ञात कीजिए।