दो आकाशीय पिण्ड ${S_1}$ व ${S_2}$ जो एक दूसरे से अधिक दूर नहीं हैं, निम्न कक्षा में परिक्रमण करते दिखाई देते हैं

  • A

    अपने द्रव्यमान केन्द्र के चारों ओर

  • B

    जो स्वेच्छ हैं

  • C

    ${S_1}$ स्थिर हैं एवं ${S_2}$, ${S_1}$ के चारों ओर घूमते हैं

  • D

    ${S_2}$ स्थिर हैं एवं ${S_1}$, ${S_2}$ के चारों ओर घूमते हैं

Similar Questions

वृहस्पति की कक्षीय चाल है

$m$ द्रव्यमान का एक उपग्रह एकसमान कोणीय वेग से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है। यदि कक्षा की त्रिज्या ${R_0}$ तथा पृथ्वी का द्रव्यमान $M$ है, तो उपग्रह का पृथ्वी के केन्द्र के सापेक्ष कोणीय संवेग है

सूर्य के परित: ग्रह $A$ का परिक्रमण काल, ग्रह $B$ की तुलना में $8$ गुना है।  $A$ की सूर्य से दूरी, $B$ की सूर्य से दूरी की कितने गुना होगी

  • [AIPMT 1997]

पृथ्वी के एक उपग्रह का परिक्रमण काल $5$ घण्टे है। यदि पृथ्वी तथा उपग्रह के बीच की दूरी प्रारम्भिक दूरी की चार गुनी कर दी जाये, तो नया परिक्रमण काल हो ........  घण्टे जायेगा

  • [AIEEE 2003]

यदि सूर्य के परित: वृतीय कक्ष में घूमते हुए द्रव्यमान $m$ के एक ग्रह का, सूर्य के केंद्र के सापेक्ष, कोणीय संवेग $L$ है, तो इसकी क्षेत्रीय गति होगी :

  • [JEE MAIN 2019]