दो समान लम्बाई के हीटर तार पहले श्रेणीक्रम में तथा बाद में समान्तर क्रम में जोड़े जाते हैं। दोनों स्थितियों में उत्पन्न ऊष्माओं का अनुपात है
$2:1$
$1:2$
$4:1$
$1:4$
प्रत्येक $100\; W$ के चार बल्ब $B _{1}, B _{2}, B _{3}$ एवं $B _{4}$ $220\; V$ मेन्स से जोड़े गये है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया हैं। एक आदर्श धारामापी में मापन होगा :
समान मान के तीन प्रतिरोधों को चित्रानुसार विभिन्न संयोजनों में व्यवस्थित किया गया है
इन्हें व्यय शक्ति के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित करें
दो विद्युत बल्ब जिनमें से प्रत्येक $40$ वाट का है, समान्तर क्रम में जुड़े हैं। संयोजन द्वारा व्यय शक्ति .......... $watt$ होगी
यदि हीटर के तंतु की लम्बाई $10\%$ से घटा दी जाये तो हीटर की शक्ति
एक चालक का थॉमसन गुणांक $10$ माइक्रो वोल्ट प्रति केल्विन है। इसके दोनों सिरों के ताप क्रमश: $50\,^o C$ व $60\,^oC$ हैं। जब चालक में से $10$ कूलॉम आवेश प्रवाहित होता है तो इसके द्वारा अवशोषित ऊष्मा है