दो बल इस प्रकार हैं कि इनके योग का परिमाण $18\, N$ एवं इनका परिणामी (जिसका परिमाण $12\, N$ है) कम परिमाण के बल पर लम्बवत् है। तब बलों के परिमाण है
$12 \,N, 6\, N$
$13\, N, 5\,N$
$10 \,N, 8 \,N$
$16\, N, 2\, N$
दो सदिशों $\mathop A\limits^ \to $ तथा $\mathop B\limits^ \to $ का परिणामी सदिश $\mathop A\limits^ \to $ के लम्बवत् है तथा इसका परिमाण सदिश $\mathop B\limits^ \to $ के परिमाण का आधा है। $\mathop A\limits^ \to $ तथा $\mathop B\limits^ \to $ के बीच कोण ....... $^o$ होगा
अभिकथन $A$ : यदि $A , B , C , D$ अर्ध वत्त (केन्द्र $'O'$) पर स्थित चार बिन्दु इस प्राकार है कि
$|\overrightarrow{ AB }|=|\overrightarrow{ BC }|=|\overrightarrow{ CD }|$ तो
$\overrightarrow{ AB }+\overrightarrow{ AC }+\overrightarrow{ AD }=4 \overrightarrow{ AO }+\overrightarrow{ OB }+\overrightarrow{ OC }$
कारण $R$ : सदिशों के बहुभुज नियम के अनुसार
उपरोक्त कथनानुसार, सबसे उपयुक्त विकल्प को दिए गए विकल्पों में से चुनिए।
किसी वस्तु पर दो बल ${F_1}$ तथा ${F_2}$ कार्य करते हैं। एक बल दूसरे का दोगुना है तथा इनका परिणामी बड़े बल के बराबर है तो दोनों बलों के बीच कोण है
दो बल ${F_1} = 1\,N$ तथा ${F_2} = 2\,N$ क्रमश: $x = 0$ तथा $y = 0$ रेखाओं के अनुदिश कार्यरत हैं तो बलों का परिणामी होगा
दो बलों, जिनमें प्रत्येक का परिमाण $F$ है, का परिणामी भी $F$ हो तो दोनों बलों के बीच कोण ....... $^o$ है