सदिश $\overrightarrow{ A }$ और $\overrightarrow{ B } .$ इस प्रकार हैं कि $|\overrightarrow{ A }+\overrightarrow{ B }|=|\overrightarrow{ A }-\overrightarrow{ B }|$ इन दो सदिशों के बीच का कोण है
$60$
$75$
$45$
$90$
समान परिमाण $\mathrm{R}$ के दो सदिशों $\overrightarrow{\mathrm{A}}$ व $\overrightarrow{\mathrm{B}}$ के बीच का कोण $\theta$ है तब
दो बलों $\overrightarrow{ P }$ और $\overrightarrow{ Q }$ को जोड़कर मिलने वाला बल $\overrightarrow{ R }$ ऐसा है कि $|\overrightarrow{ R }|=|\overrightarrow{ P }|$. यदि $2 \overrightarrow{ P }$ और $\overrightarrow{ Q }$ को जोड़कर मिलने वाला परिणामी बल $\overrightarrow{ Q }$ से $\theta$ कोण (डिग्री में) बनाता हो तो $\theta$ का मान होगा |
$5\, N$ तथा $10\, N$ का परिणामी बल ........ $N$ नहीं हो सकता है
समान परिमाण $F$ वाले दो बल एक वस्तु पर क्रिया करते हैं और परिणामी $\frac{F}{3}$ है। इन दोनों बलों के बीच का कोण होगा
चित्रानुसार बलों $\overrightarrow{ OP }, \overrightarrow{ OQ }, \overrightarrow{ OR }, \overrightarrow{ OS }$ तथा $\overrightarrow{ OT }$ का परिणामी लगभग होता है।
[मान लिजिए: $\sqrt{3}=1.7, \sqrt{2}=1.4$ । दिया है $\hat{i}$ तथा $\hat{ j }$ क्रमश: $x$ तथा $y$ अक्ष के अनुदिश इकाई सदिश हैं]