${r_1}$ तथा ${r_2}$ त्रिज्याओं की दो संकेन्द्री तथा समतलीय वृत्ताकार लूपों में धाराएँ क्रमश: ${i_1}$ तथा ${i_2}$ विपरीत दिशाओं में बह रही हैं (एक में दक्षिणावर्ती तथा दूसरी में वामावर्ती)। लूपों के केन्द्र पर चुम्बकीय प्रेरण अकेले ${i_1}$ द्वारा उत्पन्न प्रेरण का आधा है। यदि ${r_2} = 2{r_1}$ हो तो ${i_2}/{i_1}$ का मान होगा
$2$
$0.5$
$0.25$
$1$
$r$ त्रिज्या की वृत्ताकार कक्षा में घूमता हुआ एक इलेक्ट्रॉन $n$ चक्र प्रति सैकण्ड लगाता है। केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण है
दो अनन्त लम्बाई के समरूप तारों को $90^{\circ}$ से मोड़कर चित्रानुसार इस तरह रखा है कि उनके $LP$ तथा $QM$ भाग $x$-अक्ष पर हैं तथा $PS$ व $QN$ भाग $y$-अक्ष के समान्तर हैं। यदि $OP = OQ =4 \,cm , O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान $10^{-4} T$ है तथा दोनों तारों में बराबर धारा (चित्रानुसार) बह रही है तो प्रत्येक तार में धारा का मान तथा बिन्दु $O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा होगी:$\left(\mu_{0}=4 \pi \times 10^{-7} \,NA ^{-2}\right)$
किसी धारावाही वृत्ताकार छल्ले के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान $B _1$ है। दिए हुए वृत्ताकार छल्ले के केन्द्र से इसके अक्ष पर, इसकी त्रिज्या के $\sqrt{3}$ गुना दूरी पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान $B _2$ है। $B _1 / B _2$ का मान होगा।
कोई विध्यूत धारा अवयव $\Delta l=\Delta x \hat{ i }$ जिससे एक उच्च धारा $I=10 \,A$ प्रवाहित हो रही है, मूल बिंदु पर स्थित है ( चित्र )$, y$ -अक्ष पर $0.5 \,m$ दूरी पर स्थित किसी बिंदु पर इसके कारण चुंबकीय क्षेत्र का क्या मान है। $\Delta x=1\, cm$
गॉस किस राशि की इकाई है