$0.0157$ मीटर त्रिज्या के वृत्ताकार लूप में $2.0$ ऐम्पियर की धारा प्रवाहित हो रही है। लूप के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान होगा $({\mu _0} = 4\pi \times {10^{ - 7}}$ वेबर/ऐम्पियर-मीटर)
${\rm{1}}{\rm{.57}} \times {\rm{10}}{{\rm{ }}^{{\rm{ - 5}}}}\,weber/{m^2}$
$8.0 \times {\rm{10}}{{\rm{ }}^{{\rm{ - 5}}}}\,weber/{m^2}$
$2.5 \times {\rm{10}}{{\rm{ }}^{{\rm{ - 5}}}}\,weber/{m^2}$
${\rm{3}}.14 \times {\rm{10}}{{\rm{ }}^{{\rm{ - 5}}}}\,weber/{m^2}$
एक ऊध्र्वाधर तार $Z-X$ तल में है, जिसमें विद्युत धारा $Q$ से $P$ की ओर बह रही है (देखिये चित्र)। धारा के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा मूल बिन्दु $O$ पर होगी
एकसमान तार को मोड़कर $R$ त्रिज्या का एक वृत्त बनाया गया है। धारा $I$ बिन्दु $A$ पर प्रवेश करती है और बिन्दु $C$ से निकल जाती है, जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। यदि लम्बाई $ ABC$ लम्बाई $ADC$ की आधी है, तो केन्द्र $O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान होगा
$r$ त्रिज्या की वर्तुल कुण्डली में $I$ धारा प्रवाहित हो रही है। इसके केन्द्र पर क्षेत्र की तीव्रता है
एक अनंत लम्बाई के सीधे धारावाही चालक को चित्र में दिखाये अनुसार मोड़ा जाता है। इस लूप की त्रिज्या $r$ है तथा इसमें से $i$ धारा बह रही है। तब इसके केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता होगी
एक सरलरेखीय तार जिसमें $14 \mathrm{~A}$ की धारा प्रवाहित हो रही है, को मोड़कर चित्रानुसार $2.2 \mathrm{~cm}$ त्रिज्या वाला अर्द्धवृत्तीय चाप बनाया गया है। धारा द्वारा चाप के केन्द्र $(\mathrm{O})$ पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र___________$\times10^{-4} \mathrm{~T}$ है।