एन्जाइम उत्प्रेरित अभिक्रिया के वेग का सबस्ट्रेट की सान्द्रता के साथ परिवर्तन को जो ग्राफ सही रूप से दर्शाता है, वह है-
$b$
$c$
$d$
$a$
यौगिक $\mathrm{A} \rightarrow \mathrm{B}$, परिवर्तन के लिए वेग स्थिरांक का मान $4.6 \times 10^{-5} \mathrm{~L} \mathrm{~mol}^{-1} \mathrm{~s}^{-1}$ है तो अभिक्रिया की कोटि__________ है।
क्लोरीन परमाणुओं की उपस्थिति में, ओजोन की ऑक्सीजन परमाणुओं से अभिक्रिया निम्नलिखित द्विपदीय प्रक्रम द्वारा होती है।
${O_3}(g)\, + \,C{l^ * }(g)\, \to \,{O_2}(g) + Cl{O^ * }(g)$ ..... $(i)$ $[{K_i} = 5.2 \times {10^9}\,\,L\,mo{l^{ - 1}}\,{s^{ - 1}}]$
$Cl{O^ * }(g) + {O^ * }(g)\, \to \,{O_2}(g) + \,C{l^ * }(g)$ ..... $(ii)$ $[{K_{ii}} = 2.6 \times {10^{10}}\,\,L\,mo{l^{ - 1}}\,{s^{ - 1}}]$
कुल अभिक्रिया $O _{3}( g )+ O ^{\bullet}( g ) \rightarrow 2 O _{2}( g )$ का निकटतम वेग नियतांक है।
अभिक्रिया $2NO(g) + C{l_2}(g)$ $\rightleftharpoons$ $\,2NOCl(g)$ में जब $C{l_2}$ का सान्द्रण दुगना करते हैं तो अभिक्रिया वेग भी दुगना हो जाता है जब $NO$ का सान्द्रण दुगना करते हैं तो अभिक्रिया वेग चार गुना हो जाता है। अभिक्रिया की कोटि है
अभिक्रिया $2A + B \to {A_2}B$ में अभिकारक $A $ के समाप्त होने की दर
निम्नलिखित अभिक्रिया की बल गतिकी के अध्ययन के दौरान नीचे सारणी में दिये गये परिणाम प्राप्त हुए -
$2 A + B \longrightarrow C + D$
प्रयोग | $[ A ] / molL ^{-1}$ | $[ B ] / molL ^{-1}$ | प्रारंभिक दर $/molL$ $^{-1}$ $\min ^{-1}$ |
$I$ | $0.1$ | $0.1$ | $6.00 \times 10^{-3}$ |
$II$ | $0.1$ | $0.2$ | $2.40 \times 10^{-2}$ |
$III$ | $0.2$ | $0.1$ | $1.20 \times 10^{-2}$ |
$IV$ | $X$ | $0.2$ | $7.20 \times 10^{-2}$ |
$V$ | $0.3$ | $Y$ | $2.88 \times 10^{-1}$ |
दी गई सारणी में $X$ तथा $Y$ क्रमश : है