क्लोरीन परमाणुओं की उपस्थिति में, ओजोन की ऑक्सीजन परमाणुओं से अभिक्रिया निम्नलिखित द्विपदीय प्रक्रम द्वारा होती है।
${O_3}(g)\, + \,C{l^ * }(g)\, \to \,{O_2}(g) + Cl{O^ * }(g)$ ..... $(i)$ $[{K_i} = 5.2 \times {10^9}\,\,L\,mo{l^{ - 1}}\,{s^{ - 1}}]$
$Cl{O^ * }(g) + {O^ * }(g)\, \to \,{O_2}(g) + \,C{l^ * }(g)$ ..... $(ii)$ $[{K_{ii}} = 2.6 \times {10^{10}}\,\,L\,mo{l^{ - 1}}\,{s^{ - 1}}]$
कुल अभिक्रिया $O _{3}( g )+ O ^{\bullet}( g ) \rightarrow 2 O _{2}( g )$ का निकटतम वेग नियतांक है।
$1.4 \times {10^{20}}$
$3.1 \times {10^{10}}$
$5.2 \times {10^9}$
$2.6 \times {10^{10}}$
अणु $X$ का $Y$ में रूपांतरण द्वितीय कोटि की बलगतिकी के अनुरूप होता है। यदि $X$ की सांद्रता तीन गुनी कर दी जाए तो $Y$ के निर्माण होने के वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
अभिक्रिया $2S{O_2} + {O_2} \to 2S{O_3}$ में $S{O_2}$ के विलुप्ती का वेग $1.28 \times {10^{ - 3}}$ ग्राम $/$ सेकण्ड हो, तो $S{O_3}$ के बनने की दर है
अभिक्रिया $2HI$ $\rightleftharpoons$ ${H_2} + {I_2}$ में अभिक्रिया की दर ${[HI]^2}$ के समानुपाती है। इसका अर्थ है कि अभिक्रिया है
निम्न में से कौन तीव्र अभिक्रिया है
किसी अभिक्रियक के लिए एक अभिक्रिया द्वितीय कोटि की है। अभिक्रिया का वेग कैसे प्रभावित होगा; यदि अभिक्रियक की सांद्रता-
$(i)$ दुगुनी कर दी जाए $(ii)$ आधी कर दी जाए