पृथ्वी की सतह पर $g$ का मान $980\,$सेमी प्रति सैकण्ड$^{2}$ है। इसकी सतह से $64$ किलोमीटर ऊँचाई पर $ g$ का मान ........ $cm/{\sec ^2}$ होगा (पृथ्वी की त्रिज्या $R = 6400\,km)$
$960.40$
$984.90$
$982.45$
$977.55$
एक ग्रह अपने अक्ष पर $T$ समय में एक चक्कर काटता है। इस ग्रह की भूमध्यरेखा पर रखे गए एक वस्तु का भार $60^{\circ}$ अक्षांश (latitude) पर रखी गई वस्तु के भार का $f$ वाँ भाग है। यदि ग्रह गोलाकार हो तो ग्रह का घनत्व क्या होगा ?
किसी ग्रह $A$ पर मनुष्य $1.5 $ मीटर ऊँचाई तक उछल सकता है। उस ग्रह पर मनुष्य की उछाल ....... $m$ होगी जिसका घनत्व तथा त्रिज्या $A$ की तुलना में क्रमश: एक चौथाई तथा एक तिहाई है
यदि पृथ्वी की चक्रण गति को बढ़ाया जाता है, तब भूमध्यरेखा पर स्थित वस्तु का भार
पृथ्वी तल से $2\, R$ दूरी पर पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल के कारण किसी वस्तु में त्वरण होगा (पृथ्वी की त्रिज्या $= R$, पृथ्वी तल पर गुरुत्वीय त्वरण $= g$)
$\mathrm{R}$ व $1.5 \mathrm{R}$ त्रिज्याओं के दो ग्रहों $\mathrm{A}$ व $\mathrm{B}$ के घनत्व क्रमशः $\rho$ तथा $\rho / 2$ है। $B$ तथा $A$ की सतह पर गुरूत्वीय त्वरण का अनुपात है: