प्रत्यावर्ती धारा के वर्ग माघ्य मूल का मान होता है
शिखर मान का दोगुना
शिखर मान का आधा
शिखर मान का $\frac{1}{{\sqrt 2 }}$ गुना
शिखर मान के बराबर
ओरख (चित्र ) में दिखाये गये विभवान्तर $V$ का वर्ग माध्य मूल (आर.एम.एस.) मान है:
भारतवर्ष में प्रत्यावर्ती धारा की आवृत्ति होती......$Hz$ है
एक $ac$ जनरेटर $E = 170\, sin\, 377t\, volts$ का आउटपुट उत्पन्न करता है,$ t $ सैकण्ड में बताया है, तो $ac$ वोल्ट की आवृत्ति का मान .......$ Hz$ है
किसी प्रत्यावर्ती वोल्टता को $E = 20\,sin\, 300t$ से निरूपित किया जाता है। एक चक्र में वोल्टता का औसत मान .........$V$ होगा
एक प्रत्यावर्ती वोल्टेज $\mathrm{V}(\mathrm{t})=220 \sin 100 \pi \mathrm{t}$ वोल्ट को $50 \Omega$ के शुद्ध प्रतिरोधक लोड से जोड़ा गया है। धारा के अर्द्ध शिखर मान तक बढ़ने में लगा समय है :