$2{N_2}{O_5}$ $\rightleftharpoons$ $2{N_2}{O_4} + {O_2}$ अभिक्रिया है
द्वि-आण्विक व द्वितीय कोटि
एक आण्विक व प्रथम कोटि
द्वि-आण्विक व प्रथम कोटि
द्वि-आण्विक व शून्य कोटि
अभिक्रिया, $2 A + B \rightarrow$ products के लिए, जब $A$ तथा $B$ दोनों की सान्द्रता दोगुनी की गई, तब अभिक्रिया की दर $0.3 \,mol L ^{-1} s ^{-1}$ से बढ़कर $2.4 \,mol$ $L ^{-1} S ^{-1}$ हो गयी। जब केवल $A$ की सांद्रता दोगुनी की गई तब दर $0.3 \,mol L ^{-1} s ^{-1}$ से बढ़कर $0.6 \,mol L ^{-1} S ^{-1}$ हो गई। निम्न में कौन सा कथन सत्य है?
कुछ द्विआण्विक अभिक्रियायें जो प्रथम कोटि अभिक्रिया का अनुसरण करती हैं, कहलाती हैं
दी गई रासायनिक अभिक्रिया $\mathrm{A}+\mathrm{B} \rightarrow$ उत्पाद, के लिए अभिक्रिया की कोटि $\mathrm{A}$ और $\mathrm{B}$ की तुलना में $1$ है।
वेग $mol\,L^{-1}\,s^{-1}$ | $[A]$ $mol\,L^{-1}$ | $[B]$ $mol\,L^{-1}$ |
$0.10$ | $20$ | $0.5$ |
$0.40$ | $x$ | $0.5$ |
$0.80$ | $40$ | $y$ |
$x$ और $y$ का मान क्या है?
श्वास विश्लेषण उपकरण, जिसका प्रयोग व्यक्ति के रक्त में उपस्थित ऐल्कोहॉल का स्तर ज्ञात करने में होता है, में होने वाली अभिक्रिया है:
$2 K _{2} Cr _{2} O _{7}+8 H _{2} SO _{4}+3 C _{2} H _{6} O \rightarrow 2 Cr _{2}\left( SO _{4}\right)_{3}+$
$3 C _{2} H _{4} O _{2}+2 K _{2} SO _{4}+11 H _{2} O$
यदि $Cr _{2}\left( SO _{4}\right)_{3}$ के प्रगट होने की दर एक विशेष समय पर $2.67 \,mol\, min ^{-1}$ है, तो उसी समय $C _{2} H _{6} O$ के लुप्त होने की दर है.............$\operatorname{mol~} \min ^{-1}$.
(निकटतम पूर्णाक में)
$A$ और $B$ से $C$ प्राप्त करने की अभिक्रिया में $A $ में प्रथम कोटि गतिज तथा $B$ में द्वितीय कोटि प्रदर्शित होती है। दर समीकरण निम्न में से किस प्रकार से लिखा जा सकता है