कुछ द्विआण्विक अभिक्रियायें जो प्रथम कोटि अभिक्रिया का अनुसरण करती हैं, कहलाती हैं
प्रथम कोटि की अभिक्रिया
एक आण्विक अभिक्रिया
द्वि-आण्विक अभिक्रिया
आभासी एक आण्विक अभिक्रिया
अभिक्रिया $2A + {B_2} \to 2AB$ के लिये प्रायोगिक आँकड़े हैं
Exp. |
$[A]_0$ |
$[B]_0$ |
Rate (mole $s^{-1}$) |
$(1)$ |
$0.50$ |
$0.50$ |
$1.6 \times {10^{ - 4}}$ |
$(2)$ |
$0.50$ |
$1.00$ |
$3.2 \times {10^{ - 4}}$ |
$(3)$ |
$1.00$ |
$1.00$ |
$3.2 \times {10^4}$ |
ऊपर दिये गये आँकड़ों के लिये दर समीकरण है
एक अभिक्रिया का दर स्थिरांक $K,$ प्रभावित होता है
निम्नलिखित अभिक्रिया पर विचार करें
$2 H _2( g )+2 NO ( g ) \rightarrow N _2( g )+2 H _2 O ( g )$
जो कि नीचे दी गयी क्रियाविधि (mechanism) का अनुसरण करती है
$2 NO ( g ) \underset{ k _{-1}}{\stackrel{ k _1}{\rightleftharpoons}} N _2 O _2( g )$
$N _2 O _2( g )+ H _2( g ) \stackrel{ k _2}{\rightleftharpoons} N _2 O ( g )+ H _2 O ( g )$
$N _2 O ( g )+ H _2( g ) \stackrel{ k _3}{\rightleftharpoons} N _2( g )+ H _2 O ( g )$
(तीव्र अभिक्रिया)
(तीव्र अभिक्रिया)
(तीव्र अभिक्रिया)
अभिक्रिया की कोटि. . . . . .है।
प्रथम तथा शून्य कोटि अभिक्रियाओं की इकाई मोलरता $M $ के संदर्भ में क्रमश: होगी
अभिक्रिया $2{N_2}{O_5}$ $\rightleftharpoons$ $2N{O_2} + {O_2}$ प्रथम कोटि बलगतिकी का अनुगमन करती है तो अभिक्रिया की आण्विकता है