अभिक्रिया $2 NO + Cl _{2} \longrightarrow 2 NOCl$ की अभिक्रिया दर निम्न समीकरण द्वारा प्रस्तुत की जाती है।
दर $= k [ NO ]^{2}\left[ Cl _{2}\right]$
इसके दर स्थिरांक को कैसे बढाया जा सकता है?
ताप को बढाकर
$NO$ के सांद्रता को बढ़ाकर
$Cl _{2}$ के सांद्रण को बढ़ाकर
ऊपर के सभी प्रकार के करने से
आभासी एकाण्विक अभिक्रिया का उदाहरण है
यदि अभिक्रिया $2A + B \to {A_2}B$ में $A$ का सान्द्रण दुगना तथा $B$ का सान्द्रण आधा कर दिया जाये तो अभिक्रिया की दर
अभिक्रिया की सम्पूर्ण कोटि से हमारा अर्थ होता है
अधिशोषण के कारण टंगस्टन की सतह पर गैस के बनने में अभिक्रिया की कोटि है
अभिक्रिया $2NO(g) + C{l_2}(g)$ $\rightleftharpoons$ $\,2NOCl(g)$ में जब $C{l_2}$ का सान्द्रण दुगना करते हैं तो अभिक्रिया वेग भी दुगना हो जाता है जब $NO$ का सान्द्रण दुगना करते हैं तो अभिक्रिया वेग चार गुना हो जाता है। अभिक्रिया की कोटि है