एक ग्रह का द्रव्यमान तथा व्यास, पृथ्वी की संगत राशियों का तीन गुना है। पृथ्वी पर एक सरल लोलक का आवर्तकाल $2\, s$ है। उसी लोलक का ग्रह पर आवर्तकाल होगा।
$\frac{{\sqrt 3 }}{2}\,s$
$\frac{2}{{\sqrt 3 }}\,s$
$\frac{3}{2}\,s$
$2\sqrt 3 \,s$
पृथ्वी की सतह पर $g$ का मान $980\,$सेमी प्रति सैकण्ड$^{2}$ है। इसकी सतह से $64$ किलोमीटर ऊँचाई पर $ g$ का मान ........ $cm/{\sec ^2}$ होगा (पृथ्वी की त्रिज्या $R = 6400\,km)$
एक वस्तु का पृथ्वी तल पर भार $700$ ग्राम भार है। उस ग्रह के तल पर इसका भार ........ ग्राम भार होगा जिसका द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का $1/7$ गुना तथा त्रिज्या $1/2$ गुनी है
यदि पथ्वी के चक्रण के कोणीय वेग को इस प्रकार बढ़ाया जाए कि विषुवत वत्त पर रखी वस्तुएँ तैरना प्रारम्भ कर दें, तो दिन का अंतराल लगभग हो जायेगा। (मिनिट में) ( $g =10 \,ms ^{-2}$, पथ्वी की त्रिज्या, $R =6400$ $\times 10^{3}\, m , \pi=3.14$ लीजिए)
एक व्यक्ति पदार्थ की अधिक मात्रा (किग्रा-भार में) प्राप्त करेगा
पृथ्वी की त्रिज्या $6000$ किमी है। पृथ्वी सतह से $6000$ किमी ऊँचाई पर वस्तु का भार होगा