पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र होता है
पृथ्वी के अन्दर एवं बाहर कुछ पदार्थों की गति एवं वितरण के कारण
पृथ्वी की धारा से कॉस्मिक किरणों की अंतर क्रिया के कारण
एक चुम्बकीय द्विध्रुव के पृथ्वी में गड़े होने के कारण
सूर्य के प्रेरण प्रभाव के कारण
भू-चुम्बक का उत्तरी ध्रुव किसके नजदीक होता है भौगोलिक
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के कारण एक छड़ चुम्बक पर कार्यरत बल आघूर्ण अधिकतम होगा। यदि चुम्बक की अक्ष
पृथ्वी के कारण चुम्बकीय क्षेत्र निम्न के तुल्य है
चुम्बकीय मानचित्र पर आइसोगोनिक रेखाओं पर होता है
पृथ्वी के चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक व नमन कोण के मान क्रमश: होते हैं