वह ऊँचाई जिस पर किसी वस्तु का भार पृथ्वी के पृष्ठ पर उसके भार का $1 / 16$ हो जायेगा, है ( यदि $R$ पृथ्वी की त्रिज्या है)
$5R$
$15R$
$3R$
$4R$
चन्द्रमा का द्रव्यमान $7.34 \times {10^{22}}$ किग्रा तथा गुरुत्वीय त्वरण का मान $1.4\,$ मी/सैकण्ड $^{2}$ है। चन्द्रमा की त्रिज्या होगी $(G = 6.667 \times {10^{ - 11}}\,N{m^2}/k{g^2})$
एक नए ग्रह पर विचार कीजिए , जिसका धनत्व पृथ्वी के घनत्व के समान है, किंतु यह आकार में पृथ्वी से तीन गुना बड़ा है । यदि पृथ्वी की सतह पर गुरुत्वीय त्वरण $g$ हो तो नए ग्रह की सतह पर $g'$ होगा
यदि पृथ्वी की त्रिज्या $\mathrm{R}$ तथा पृथ्वी तल पर गुरूत्वीय त्वरण $\mathrm{g}=\pi^2 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^2$ हो तब पृथ्वी तल से $\mathrm{h}=2 \mathrm{R}$ ऊँचाई पर सेकंड लोलक की लम्बाई होगी :
यदि पृथ्वी की घूर्णन गति शून्य है तो एक व्यक्ति का भूमध्यरेखा पर भार $W$ है। पृथ्वी की अपनी अक्ष के परितः घूर्णन की वह गति ज्ञात कीजिये जिस पर उस व्यक्ति का भूमध्यरेखा पर भार $\frac{3}{4}\; W$ होगा। पृथ्वी की त्रिज्या $6400 \;km$ और $g =10 \;m / s ^{2}$ है।
एक पिण्ड का पृथ्वी तल पर भार $72\, N$ है। पृथ्वी तल से $\frac{R_e}{2}$ ऊँचाई पर इसका भार....... $N$ है