$a$ त्रिज्या की धारावाही वत्तीय कुण्डली के अक्ष पर केन्द्र से $'r'$ दूरी पर तथा उसी कुण्डली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता से भिन्नात्मक परिवर्तन होता है ( $r\, <\, a$ लीजिये)

  • [JEE MAIN 2021]
  • A

    $\frac{3}{2} \frac{ a ^{2}}{ r ^{2}}$

  • B

    $\frac{2}{3} \frac{ a ^{2}}{ r ^{2}}$

  • C

    $\frac{2}{3} \frac{ r ^{2}}{ a ^{2}}$

  • D

    $\frac{3}{2} \frac{ r ^{2}}{ a ^{2}}$

Similar Questions

$1000$ फेरों वाली अच्छी तरह से कसी हुई एक कुंडली का औसत त्रिज्या $62.8\,cm$ है। यदि कुंडली के तार में $1\,A$ की धारा प्रवाहित है, तो कुण्डली के केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र का मान लगभग होगा : (मुक्त आकाश की चुम्बकशीलता $=4 \pi \times 10^{-7}\,H / m$ )

  • [NEET 2022]

एक हेल्महोल्ज (Helmholtz) कुंडली में $N$ फेरों एवं $R$ त्रिज्या वाले दो पाश हैं (चित्र देखें)। उनको $R$ दूरी पर समाक्षीय रूप में रखा गया है और उनमें समान विघुत धारा $I$ एक ही दिशा में बहती है। केन्द्रों $A$ एवं $C$ के मध्य बिंदु $P$ पर चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण होगा

  • [JEE MAIN 2018]

एक इलेक्ट्रॉन नियत चाल $v$ से वृत्तीय कक्षा में गति करता है। यह वृत्त के केन्द्र पर $B$ चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न करता है। वृत्त की त्रिज्या अनुक्रमानुपाती है

  • [AIPMT 2005]

$4$ घेरे वाली वृत्ताकार कुँडली में प्रवाहित विद्युत धारा, इसके केन्द्र पर $32 \mathrm{~T}$ मान का चुम्बकीय प्रेरण उत्पन्न करती है। कुंडली को खोला जाता है एवं एकल घेरे वाली वृत्ताकार कुंडली के रूप में फिर से बाँधा जाता हैं तो अब समान धारा के लिये कुंडली के केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय प्रेरण का मान $..........\,T$ होगा:

  • [JEE MAIN 2023]

$AB$  व $CD$ दो लम्बे सीधे धारावाही चालक हैं। इनके बीच की दूरी $d$ एवं इनमें प्रवाहित धारा I है। $BC$ के मध्य बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र होगा