किसी बिन्दु पर पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र $0.5 \times {10^{ - 5}}\,Wb{\rm{ - }}{m^{ - 2}}$ है। इस क्षेत्र को $5.0$ सेमी त्रिज्या वाले एक वृत्ताकार चालक लूप के केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र द्वारा निरस्त किया जाता है। तब लूप में प्रवाहित धारा ......$A$ होगी लगभग
$0.2$
$0.4$
$4$
$40$
व्यास $2 a$ के एक बेलन में, त्रिज्या $a$ का एक खोखला बेलनीय -कोश है (चित्र देखिये) और दोनों अपरिमित लम्बे हैं। इनकी लम्बाई की दिशा में इनके एक समान धारा-घनत्व $J$ है। यदि बिन्दु $P$ पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान $\frac{N}{12} \mu_0 a J$ है, तब $N$ का मान क्या है ?
एक धारावाही लूप के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता होगी
यदि $10$ सेमी त्रिज्या वाली एक वृत्ताकार कुण्डली में $10$ ऐम्पियर की धारा के कारण उसके केन्द्र पर $3.14 \times {10^{ - 3}}\,Weber/{m^2}$ का चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न हो, तो कुण्डली में फेरों की संख्या होगी
$20 \mathrm{~cm}$ त्रिज्या के दो एकसमान वृत्ताकार तारों को चित्रानुसार लम्बवत तलों में रखा है और इनमें प्रवाहित धारा $\sqrt{2} \mathrm{~A}$ है। वृत्ताकार तारों के केन्द्र पर कुल चुम्बकीय क्षेत्र_____________$\times 10^{-8} \mathrm{~T}$ है। (लिया है, $\pi=3.14$ )