ब्रोमोएसीटिक अम्ल की आयनन की मात्रा $0.132$ है। $0.1\, M$ अम्ल की $pH$ तथा $p K_{ a }$ का मान ज्ञात कीजिए।
Degree of ionization, $a=0.132$
Concentration, $c=0.1\, M$
Thus, the concentration of $H _{3} O ^{+}= c$. $a$
$=0.1 \times 0.132$
$=0.0132$
$pH =-\log \left[ H ^{+}\right]$
$=-\log (0.0132)$
$=1.879: 1.88$
Now,
$K_{a}=C \alpha^{2}$
$=0.1 \times(0.132)^{2}$
$K_{a}=.0017$
$p K_{a}=2.75$
वियोजन स्थिरांक ${K_a}$ एवं सान्द्रण $c$ के दुर्बल अम्ल में $ [H+] $ बराबर होता है
$0.08\, M$ हाइपोक्लोरस अम्ल $(HOCl)$ के विलयन के $pH$ की गणना कीजिए। अम्ल का आयनन स्थिरांक $2.5 \times 10^{-5}$ है। $HOCl$ की वियोजन-प्रतिशतता ज्ञात कीजिए।
एक अम्ल इसके $0.2\,\, M$ विलयन में $60\%$ तक आयनित होता है, तो इसका हाइड्रोजन आयन सान्द्रण .......$M$ है
$25\,^o C$ पर क्षार $BOH $ का वियोजन स्थिरांक $1.0 \times {10^{ - 12}}$ है क्षार के $0.01 \,M $ जलीय विलयन में हाइड्रॉक्सिल आयनों की सान्द्रता होगी
$0.01\,M$ एसीटिक अम्ल के विलयन के वियोजन की कोटि $12.5\%$ है तो विलयन का $pH$ होगा