एक स्थान पर नति कोण $40.6°$  है एवं पृथ्वी के चुम्बक का ऊध्र्वाधर घटक  $V = 6 \times {10^{ - 5}}$ टेसला है। इस स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की सम्पूर्ण तीव्रता $(I) $ होगी

  • A

    $7 \times {10^{ - 5}}$ टेसला

  • B

    $6 \times {10^{ - 5}}$ टेसला

  • C

    $5 \times {10^{ - 5}}$ टेसला

  • D

    $9.2 \times {10^{ - 5}}$ टेसला

Similar Questions

एक लंबे, सीधे, क्षैतिज केबल में, $2.5\, A$ धारा, $10^{\circ}$ दक्षिण-पश्चिम से $10^{\circ}$ उत्तर-पूर्व की ओर प्रवाहित हो रही है। इस स्थान पर चुंबकीय याम्योत्तर भौगोलिक याम्योत्तर के $10^{\circ}$ पश्चिम में है यहाँ पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र $0.33 \,G$ एवं नति कोण शून्य है। उदासीन बिंदुओं की रेखा निर्धारित कीजिए। ( केबल की मोटाई की उपेक्षा कर सकते हैं)।

( उदासीन बिंदुओं पर, धारावाही केबल द्वारा चुंबकीय क्षेत्र, पृथ्वी के क्षैतिज घटक के चुंबकीय क्षेत्र के समान एवं विपरीत दिशा में होता है।)

चुम्बकीय याम्योत्तर है

भूमध्य रेखा और ध्रुव पर चुम्बकीय क्षेत्र की कुल तीव्रता का अनुपात है

  • [IIT 1970]

स्पर्शज्या धारामापी की चुम्बकीय सुई किसी चुम्बक के कारण $30^o$  से विक्षेपित होती है। पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक कुण्डली के तल के अनुदिश $0.34 \times {10^{ - 4}}\,T$ है। तो चुम्बक का चुम्बकीय क्षेत्र है

  • [AIIMS 2000]

एक चुंबकीय सुई जो क्षैतिज तल में घूमने के लिए स्वतंत्र है, $30$ फेरों एवं $12 \,cm$ त्रिज्या वाली एक कुंडली के केंद्र पर रखी है। कुंडली एक ऊर्ध्वांधर तल में है और चुंबकीय याम्योत्तर से $45^{\circ}$ का कोण बनाती है। जब कुंडली में $0.35\, A$ धारा प्रवाहित होती है, चुंबकीय सुई पश्चिम से पूर्व की ओर संकेत करती है।

$(a)$ इस स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के क्षैतिज अवयव का मान ज्ञात कीजिए।

$(b)$ कुंडली में धारा की दिशा उलट दी जाती है और इसको अपनी ऊर्ध्वाधर अक्ष पर वामावर्त दिशा में ( ऊपर से देखने पर) $90^{\circ}$ के कोण पर घुमा दिया जाता है। चुंबकीय सुई किस दिशा में ठहरेगी? इस स्थान पर चुंबकीय दिक्पात शून्य लीजिए।