बर्फ की तुलना में हिम अधिक ऊष्मारोधी है क्योंकि
हिम के छिद्र में वायु भरी रहती है
बर्फ हिम की अपेक्षा अधिक कुचालक है
बर्फ के छिद्रों में वायु भरी रहती है
बर्फ का घनत्व अधिक रहता है
एक झील में पानी ${0^o}C$ पर बर्फ में बदलता है जबकि वायुमण्डल का ताप $ - {10^o}C$ है। यदि $1$ सेमी बर्फ की परत जमने में $7$ घंटे लगते हैं तब बर्फ की परत की मोटाई $1$ सेमी से $2$ सेमी होने में लगा समय होगा
समान धातुओं से बनी व समान अनुप्रस्थ परिच्छेद वाली तीन छडे एक समद्विबाहु त्रिभुज $ABC$ की भुजाएँ बनाती हैं जो कि $B$ पर समकोणीय है। बिन्दुओं $A$ व $B$ को क्रमश: ताप $T$ व $(\sqrt 2 )T$ पर रखा गया है। स्थायी अवस्था (Steady state) में बिन्दु $C$ का ताप $TC$ है। मानाकि केवल ऊष्मा चालन होता है, तो $\frac{{{T_C}}}{T}$ का मान होगा
समान आकार की तीन छड़ें चित्रानुसार व्यवस्थित की गई हैं इनकी ऊष्मा चालकताएँ${K_1},{K_2}$ एवं ${K_3}$ हैं। बिन्दु $P$ व $Q$ को अलग-अलग तापों पर इस प्रकार रखा जाता है, कि $PRQ$ व $PQ$ के अनुदिश ऊष्मा प्रवाह की दर समान है, तब
एक बेलनाकार छड़ जिसका एक सिरा भाप कक्ष में एवं दूसरा बर्फ में रखने पर $0.1$ ग्राम बर्फ प्रति सैकण्ड पिघलती है। यदि दूसरी छड़ जिसकी लम्बाई पहली की आधी एवं त्रिज्या दुगनी हो उपयोग में लायी जाए, जिसकी ऊष्मा चालकता पहली छड़ की $\frac{1}{4}$ गुनी है, तब बर्फ पिघलने की दर ग्राम/सैकण्ड में होगी
समान लम्बाई और व्यास वाले दो बेलन $P$ और $Q$ भिन्न धातुओं के हैं जिनकी ऊष्मा चालकताओं का अनुपात $2 : 3$ है। इन दोनों बेलनों को मिलाकर एक बेलन बनाया गया है। $P$ का एक सिरा $100^\circ C$ पर तथा $Q$ का दूसरा सिरा $0^\circ C$ पर रखा गया है। $P$ और $Q$ के अन्तरापृष्ठ के ताप का मान...... $^oC$ होगा