शुरूआत में रेडियोधर्मी वीटा–क्षय को केवल इलेक्ट्रॉनों के उत्सर्जन के साथ नाभिक का क्षय माना गया था (स्थिति $I$)। परन्तु बाद में पाया गया कि इलेक्ट्रॉनों के साथ एक और लगभग भारहीन तथा अनावेशित कण भी उत्सर्जित होता है। (स्थिति $II$) नीचे दिखाये चित्र के अनुसार कौनसा कथन सही है।
दोनों स्थितियों $(I)$ और $(II)$ के लिए $(a)$
स्थिति $(I)$ के लिए $(a)$ और स्थिति $(II)$ के लिए $(b)$
स्थिति $(II)$ के लिए $(a)$ और स्थिति $(I)$ के लिए $(b)$
दोनों स्थितियों $(I)$ और $(II)$ के लिए $(b)$
एक रिएक्टर में $2\, kg\, _{92} U ^{235}$ इंधन $30$ दिन में पूर्णतः खत्म हो जाता है। प्रति विखण्डन उत्सर्जित ऊर्जा $200\, MeV$ है। दिया है, अवोगैड्रो संख्या, $N =6.023 \times 10^{26}$ प्रति किलो मोल एवं $1\, eV =1.6 \times 10^{-19}\, J$ रिएक्टर की निर्गत शक्ति .........$MW$ है
निम्न नाभ्किीय अभिक्रिया में $D$ की द्रव्यमान संख्या $182$ तथा परमाणु क्रमांक $74$ है तो $D _4$ की द्रव्यमान संख्या तथा परमाणु भार होगा ?
$D \stackrel{\alpha}{\longrightarrow} D _1 \stackrel{\beta^{-}}{\longrightarrow} D _2 \stackrel{\alpha}{\longrightarrow} D _3 \stackrel{\gamma}{\longrightarrow} D _4$
यूरेनियम का थोरियम में रेडियोएक्टिव क्षय समीकरण $_{92}^{238}U \to _{90}^{234}Th + X$ से निरूपित किया जाता है, यहाँ $X$ है
निम्न में से किस क्षय में तत्व परिवर्तित नहीं होता है
$\beta$- ऋणात्मक क्षय में