न्यूट्रिनो एक ऐसा कण है जो
आवेशित है तथा इसमें चक्रण होता है
आवेशित है तथा इसमें चक्रण नहीं होता है
आवेश रहित है तथा इसमें चक्रण होता है
आवेश रहित है तथा इसमें चक्रण नही होता है
निम्न विखण्डन श्रेणी में
$_{92}^{238}U\xrightarrow{\alpha }x\xrightarrow{\beta }_Z^AY$
क्रमश: $Z$ तथा $A$ के मान होंगे
रेडियोधर्मी नाभिक $_7{N^{13}}$ का नाभिक $_6{C^{13}}$ में क्षय होने पर उत्सर्जित होता है
एक तत्व $A$ का दो चरणों में दूसरे तत्व $C$ में क्षय होता है,
$A \to B + {\;_2}H{e^4}$
$B \to C + \;2{e^ - }$
तब
$_6^{12}C$ एक ऊर्जावान न्यूट्रॉन को अवशोषित करता है एवं $ \beta -$ कण उत्सर्जित करता है तब प्राप्त नाभिक होगा
थोरियम का एक समस्थानिक $_{90}^{232}Th$, $10$ पदों में विखण्डित होता है एवं $6 \alpha$- कण एवं $4 \beta$- कण उत्सर्जित करता है, अन्तिम उत्पाद है