माना द्वि-अंकी संख्याओं (binary numbers) की एक लड़ी बनाने के लिए एक कम्प्यूटर प्रोग्राम केवल अंकों $0$ और $1$ को इस प्रकार जनित (generate) करता है कि सम स्थान पर $0$ के होने की प्रायिकता $\frac{1}{2}$ है तथा विषम स्थान पर 0 के होने की प्रायिकता $\frac{1}{3}$ है। तो $'10'$ के बाद $'01'$ के आने की प्रायिकता है
$\frac{1}{18}$
$\frac{1}{3}$
$\frac{1}{6}$
$\frac{1}{9}$
एक फेयर सिक्का $100$ बार उछाला जाता है तो पुच्छ ($tails$) के विषम संख्या में आने की प्रायिकता है
$6$ लड़के तथा $6$ लड़कियाँ एक पंक्ति में यदृच्छया बैठते हैं। $6$ लड़कियों के एक साथ बैठने की प्रायिकता है
एक शतरंज बोर्ड (चित्र में देखें) पर दो वर्ग यादच्छया चुने गये हैं। उनकी भुजा उभयनिष्ठ होने की प्रायिकता है
चार निष्पक्ष पाँसों (fair dice) $D _1, D _2, D _3$ और $D _4$ को, जिसमें प्रत्येक के छह फलकों (faces) पर संख्याएँ $1,2,3,4,5$ एवं $6$ अंकित हैं, एक साथ फेंका जाता है। पाँसे $D_4$ पर दर्शित संख्या के $D_1, D_2$ और $D_3$ पर दर्शित संख्याओं में से कोई एक होने की प्रायिकता (probability) निम्न है-
यदि एक नियमित षड्भुज के छः शीर्षो में से तीन यादृच्छिक चुने जाते है, तो इन चुने गए शीर्षों द्वारा बने त्रिभुज के समबाहु होने की प्रायिकता है