निम्न अभिक्रिया में $‘X’$ है $_7{N^{14}}{ + _2}H{e^4}\, \to \,X{ + _1}{H^1}$
$_8{N^{17}}$
$_8{O^{17}}$
$_7{O^{16}}$
$_7{N^{16}}$
जब $_4B{e^9}$ परमाणु पर $\alpha - $ कणों की बौछार करते हैं, तो नाभिकीय अभिक्रिया से $_6{C^{12}}$ प्राप्त होता है, तब दूसरा कण होगा
एक रेडियोधर्मी धातु के बीटा $(\beta)$ कण निम्नलिखित से उत्पन्न होते हैं
एक मुक्त न्यूट्रॉन, एक प्रोटॉन में क्षयित होता है, किन्तु एक मुक्त प्रोटॉन, न्यूट्रॉन में क्षयित नही होता है। यह होता है, क्योंकि :-
रेडियोएक्टिव आइसोटोप $_{88}R{a^{238}}$ के श्रेणीक्रम में क्षय होते समय तीन $\alpha - $ कण तथा एक $\beta - $ कण निकलते हैं। अन्त में प्राप्त होने वाला आइसोटोप है
रेडियोधर्मी क्षय $_{90}{X^{200}}{ \to _{80}}{Y^{168}}$ में उत्सर्जित $\alpha $ और $\beta $ कणों की क्रमानुसार संख्यायें होंगी
$_{90}{X^{200}}{ \to _{80}}{Y^{168}}$