एक ई कोली स्ट्रेन में $i$ जीन में उत्परिवर्तन हो जाता है और इसका उत्पाद प्रेरक अणु के साथ नहीं बंध सकता। यदि वृद्धि माध्यम में लैक्टोज़ डाला जाए तो इसका परिणाम क्या होगा ?
$z, y, a$ जीनों का अनुलेखन होगा
$z, y, a$ जीनों का स्थानांतरण नहीं होगा
आर.एन.ए. पॉलीमरेज उन्नायक स्थल के साथ बंधेगा
केवल $z$ जीन का अनुलेखन होगा
जैकब एवं मोनाड ने ई. कोलाई बैक्टीरिया में लैक्टोज के उपापचय का अध्ययन कर ओपेरॉन संकल्पना दी, जो किन जीवों पर लागू होती है
वन्य रूप ई. कोलाई की कोशिकाएँ ग्लूकोज युक्त सामान्य माध्यम में उग रही हैं। इन्हेंं फिर एक ऐसे माध्यम में स्थानांतरित कर दिया जाता है जिसमें शर्करा के रूप में केवल लैक्टोज मौजूद होता है। तब निम्न में से कौनसा एक परिवर्तन होगा
उस संवर्धन में जहाँ ई.कोलाई वृद्धी कर रहा हो लैक्टोज डालने पर लैक-ओपेरान उत्पे्रित होता है। तब कभी संवर्धन में लैक्टोज डालने पर लैक ओपेरान कार्य करना क्यों बंद कर देता है ?
ओपेरॉन है