यदि रदरफोर्ड प्रयोग में, ${90^o}$ कोण पर प्रकीर्णित कणों की संख्या $28/$ मिनट है। तो ${60^o}$ तथा ${120^o}$ कोण पर प्रकीर्णित कणों की संख्याऐं होंगी
$112/$मिनट $, 12.5/$ मिनट
$100/$मिनट $, 200/$मिनट
$50/$मिनट$, 12.5/$मिनट
$117/$मिनट$, 25/$मिनट
मान लीजिए कि स्वर्ण पन्नी के स्थान पर ठोस हाइड्रोजन की पतली शीट का उपयोग करके आपको ऐल्फा-कण प्रकीर्णन प्रयोग दोहराने का अवसर प्राप्त होता है। (हाइड्रोजन $14 K$ से नीचे
हाइड्रोजन परमाणु के बोर मॉडल में इलेक्ट्रॉन पर कार्यरत बल मुख्य क्वाण्टम संख्या $(n)$ पर किस प्रकार निर्भर करता है
क्लासिकी वैध्यूतचुंबकीय सिद्धांत के अनुसार, हाइड्रोजन परमाणु में प्रोटॉन के चारों ओर परिक्रामी इलेक्ट्रॉन द्वारा उत्सर्जत प्रकाश की प्रारंभिक आवृत्ति परिकलित कीजिए।
नीचे दो कथन दिए गए है :
कथन-$I$ : परमाणु का अधिकतम द्रव्यमान तथा इसका समस्त धनावेश एक छोटे से भाग नाभिक में पाया जाता है तथा इलेक्ट्रॉन इसके चारों और परिक्रमा करते है, यह रदरफोर्ड मॉडल है।
कथन-$II$ : परमाणु धनावेश का एक गोलीय बादल है जिसमें इलेक्ट्रॉन धंसे रहते है, यह रदरफोर्ड मॉडल का एक विशिष्ट रूप है।
उपरोक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उचित उत्तर चुनिए।
निम्नलिखित विकल्पों में से सही विकल्प की पहचान कीजिए -