$m $ द्रव्यमान का कण $r$ त्रिज्या के क्षैतिज वृत्त में अभिकेन्द्रीय बल $\left( {\frac{{ - k}}{{{r^2}}}} \right)$ द्वारा घूम रहा है। इसकी कुल ऊर्जा है
$ - \frac{k}{{2r}}$
$ - \frac{k}{r}$
$ - \frac{{2k}}{r}$
$ - \frac{{4k}}{r}$
किसी नत समतल पर $2\, kg$ के एक गुटके को ऊपर की ओर $10$ मीटर तक ले जाने में $300 \,J$ कार्य करना पड़ता है। यदि गुरुत्वीय त्वरण $g = 10\,\,m/{s^2}$ हो तो घर्षण के विरुद्ध किया गया कार्य ........ $J$ है
$200\,g$ द्रव्यमान की एक गोली जिसकी प्रारम्भिक गतिज ऊर्जा का मान $90\,J$ है, इसको एक बड़े तालाब में दागा जाता है, जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। $1\,s$ में इसकी गतिज ऊर्जा घटकर $40\,J$ हो जाती है। पूर्णतः विश्राम अवस्था में आने से पहले, गोली द्वारा तय की गई तालाब की न्यूनतम लम्बाई $.......\,m$ होगी
एक बुलेट एक तख्ते से गुजरने में अपने वेग के $\left(\frac{1}{ n }\right)^{th}$ वाँ की हानि करती हैं। बुलेट को पूर्ण विश्राम अवस्था में लाने के लिऐ कितने इसी प्रकार के तखतों की आवश्यकता होगी :
एक कण पृथ्वी सतह से $\mathrm{S}$ ऊँचाई से गिराया जाता है। कुछ निश्चित ऊँचाई पर इसकी गतिज ऊर्जा इसकी स्थितिज ऊर्जा की तीन गुना होती है। इस क्षण कण की पृथ्वी सतह से ऊँचाई तथा कण की चाल होती है :
$0.15 \,kg$ द्रव्यमान की एक क्रिकेट की गेंद एक बॉलिंग मशीन के द्वारा ऊर्ध्वाधर दिशा में फेंकी जाती है। मशीन से निकलने के पश्चात् यह $20 \,m$ अधिकतम ऊँचाई तक जाती है। यदि मशीन में गेंद को धकेलने वाले भाग ने इस पर एक स्थिर बल $F$ लगाया हो और यह गेंद को धकेलते समय क्षैतिज दिशा में $0.2\, m$ दूरी चला हो तो $F$ का मान ( $N$ में) होगा। $\left( g =10\, ms ^{-2}\right)$