यदि चुम्बक को इसकी चुम्बकीय अक्ष के साथ लटकाकर छोड़ दें तो यह रुकेगी
चुम्बकीय याम्योत्तर में
भौगोलिक याम्योत्तर में
नमन् कोण में
इनमें से कोई नहीं
एक लघु चुम्बक को चुम्बकीय याम्योतर में इस प्रकार रखा जाता है कि उसका दक्षिणी ध्रुव उत्तर की ओर रहता है । चुम्बक के केन्द्र से $20$ सेमी की दूरी पर उदासीन बिन्दु प्राप्त होता है । यदि उस बिन्दु पर भू-चुम्बकीय क्षैतिज घटक का मान $ 0.3$ गॉस है तो चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण होगा
किसी स्थान पर भू-चुम्बकीय क्षैतिज घटक का ऊध्र्वाधर घटक से $\sqrt 3 $ गुना है, तो उस स्थान पर नमन कोण.......$^o$ होगा
यदि $V$ और $H$ क्रमश: पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के ऊध्र्वाधर एवं क्षैतिज घटक हैं, तो उत्तरी ध्रुव के नजदीक
एक दिये हुये स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक का मान $0.36 \times {10^{ - 4}}$ वेबर/ मी${^{2}}$ है। यदि इस स्थान पर नति कोण $ 60° $ है, तो पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के ऊध्र्वाधर घटक का मान वेबर/मी${^{2}}$ में लगभग ........$\times 10^{-4}\;W b / m^{2}$ है
एक स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज तथा ऊध्र्वाधर तीव्रतायें क्रमश: $0.30 $ गॉस एवं $0.173 $ गॉस हैं। इस स्थान पर नमन कोण का मान......$^o$ है