एक स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज तथा ऊध्र्वाधर तीव्रतायें क्रमश: $0.30 $ गॉस एवं $0.173 $ गॉस हैं। इस स्थान पर नमन कोण का मान......$^o$ है
$30$
$90$
$60$
$45$
चुम्बकीय विषुवत् पर नमन् कोण शून्य होता है क्योंकि यहाँ है
चुम्बकीय याम्योत्तर के लम्बवत् तल में एक नमन सुई (चुम्बकीय सुई ) रहती है
किसी स्थान जहाँ नमन कोण $37^{\circ}$ है, पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का ऊध्र्वाधर घटक $6 \times 10^{-5}\,T$ है। उस स्थान पर पृथ्वी के परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र का मान होगा (दिया है $\tan 37^{\circ}=\frac{3}{4}$ )
किसी स्थान पर नमन् कोण का सही मान ${60^o}$ है, चुम्बकीय याम्योत्तर से ${30^o}$ के कोण पर झुके समतल में नमन् कोण का आभासी मान है
भू-चुंबकत्व संबंधी निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
$(a)$ एक सदिश को पूर्ण रूप से व्यक्त करने के लिए तीन राशियों की आवश्यकता होती है। उन तीन स्वतंत्र राशियों के नाम लिखिए जो परंपरागत रूप से पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त होती हैं।
$(b)$ दक्षिण भारत में किसी स्थान पर नति कोण का मान लगभग $18^{\circ}$ है। ब्रिटेन में आप इससे अधिक नति कोण की अपेक्षा करेंगे या कम की?
$(c)$ यदि आप ऑस्ट्रेलिया के मेल्बोर्न शहर में भू-चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं का नक्शा बनाएँ तो ये रेखाएँ पृथ्वी के अंदर जाएँगी या इससे बाहर आएँगी?
$(d)$ एक चुंबकीय सुई जो ऊर्ध्वाधर तल में घूमने के लिए स्वतंत्र है , यदि भू-चुंबकीय उत्तर या दक्षिण ध्रुव पर रखी हो तो यह किस दिशा में संकेत करेगी?
$(e)$ यह माना जाता है कि पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र लगभग एक चुंबकीय द्विधुव के क्षेत्र जैसा है जो पृथ्वी के केंद्र पर रखा है और जिसका द्विध्रुव आघूर्ण $8 \times 10^{22} JT ^{-1}$ है। कोई ढंग सुझाइए जिससे इस संख्या के परिमाण की कोटि जाँची जा सके।
$(f)$ भू-गर्भशास्त्रियों का मानना है कि मुख्य $N - S$ चुंबकीय ध्रुवों के अतिरिक्त, पृथ्वी की सतह पर कई अन्य स्थानीय ध्रुव भी हैं, जो विभिन्न दिशाओं में विन्यस्त हैं। ऐसा होना कैसे संभव है?