जब एक उच्च शक्ति का हीटर विद्युत सप्लाई से जोड़ा जाता है, तो घरों में लगे विद्युत बल्ब धुंधले (dim) हो जाते हैं। इसका कारण है
धारा-पतन
विभव-पतन
कोई धारा-पतन नहीं
कोई विभव-पतन नहीं
$500$ वॉट और $200$ वॉट के दो बल्ब $220$ वोल्ट विभवान्तर पर प्रयोग करने के लिये बनाए गए हैं। अगर बल्बों को पहले समान्तर क्रम में और दूसरी बार श्रेणीक्रम में जोड़ा जाए तो दोनों दशाओं में $500$ वाट बल्बों द्वारा उत्पé ऊष्मा का अनुपात हेागा
एक सेल से ली गई अधिकतम शक्ति है (यहाँ $r$ आंतरिक प्रतिरोध एवं $E$ वि. वा. बल है)
एक बल्ब के तंतु का प्रतिरोध तापक्रम के साथ बढ़ता है। यदि बल्ब $100\, W, 220\, V$ का है एवं इसे $(220 \times 0.8)V$ के स्त्रोत से जोड़ा गया है। तो बल्ब की शक्ति होगी
दो हीटर कुण्डली में से एक पतले तथा दूसरी मोटे तार से बनाई गयी हैं। दोनों तार समान पदार्थ एवं समान लम्बाई के हैं। इन कुण्डलियों को पहले श्रेणीक्रम तथा बाद में समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है, तो निम्नलिखित में से कौनसा कथन सत्य है
किसी बल्ब से प्रवाहित धारा में $1\%$ का परिवर्तन करने पर इसकी शक्ति में परिवर्तन ..........$\%$ होगा