दो हीटर कुण्डली में से एक पतले तथा दूसरी मोटे तार से बनाई गयी हैं। दोनों तार समान पदार्थ एवं समान लम्बाई के हैं। इन कुण्डलियों को पहले श्रेणीक्रम तथा बाद में समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है, तो निम्नलिखित में से कौनसा कथन सत्य है
श्रेणीक्रम में पतला तार ज्यादा ऊर्जा जबकि समान्तर क्रम में मोटा तार अधिक ऊर्जा उत्सर्जित करता है
श्रेणीक्रम में पतला तार कम ऊर्जा जबकि समान्तर क्रम में मोटा तार अधिक ऊर्जा उत्सर्जित करता है
दोनों तार समान ऊर्जा उत्पन्न करते हैं
श्रेणीक्रम में मोटा तार अधिक ऊर्जा जबकि समान्तर क्रम में यह कम ऊर्जा उत्सर्जित करता है
समान वोल्टेज रेटिंग और $40\, W$ तथा $60\, W$ शक्ति के दो बल्ब $X$ एवं $Y$ श्रेणीक्रम में $300\, V$ की सप्लाई से जोड़े जाते हैं तब
$100\, V$ पर $200\, W$ अनुमतांक के किसी बल्ब को परिपथ में $200 \,V$ की आपूर्ति के साथ उपयोग किया गया। इस बल्ब के साथ श्रेणी में $R =..........\,\Omega$ के प्रतिरोध को लगाया जाना चाहिए ताकि बल्ब समान (अपनी मूल) शक्ति प्रदान करें।
एक कुण्डली पानी की एक निश्चित मात्रा को उबालने में $15$ मिनट का समय लेती है एवं एक अन्य कुण्डली इसी प्रक्रिया में $20$ मिनट समय लेती है। यदि इन कुण्डलियों को श्रेणीक्रम में जोड़कर एकसाथ चालू करें तो पानी की उतनी ही मात्रा को उबलने में .......... $min$ लगेगा
एक बर्तन के पानी को $20\,^oC$ से $60\,^oC$ तक एक तापक कुंडली द्वारा गरम करने में $30$ मिनट लगते हैं। ऐसी ही दो तापक कुंडलियों को श्रेणीक्रम में रख कर उतने ही पानी को उतने ही ताप तक गरम किया जाता है। (कुंडलियों की ऊष्माधारिता नगण्य मानते हुये) अब इसके लिये समय .................. मिनट होगा
शक्ति का स्थानान्तरण सुचालक तारों के माध्यम से उच्च वोल्टेज पर किया जाता है क्योंकि