$500$ वॉट और $200$ वॉट के दो बल्ब $220$ वोल्ट विभवान्तर पर प्रयोग करने के लिये बनाए गए हैं। अगर बल्बों को पहले समान्तर क्रम में और दूसरी बार श्रेणीक्रम में जोड़ा जाए तो दोनों दशाओं में $500$ वाट बल्बों द्वारा उत्पé ऊष्मा का अनुपात हेागा
$\frac{5}{2},\,\frac{2}{5}$
$\frac{5}{2},\,\frac{5}{2}$
$\frac{2}{5},\,\frac{5}{2}$
$\frac{2}{5},\,\frac{2}{5}$
एक विद्युत केतली में दो ऊष्मीय कुण्डलियाँ हैं जब प्रथम को प्रयुक्त किया जाता है तो केतली में पानी $10$ मिनट में उबल जाता है व दूसरी कुण्डली को प्रयुक्त करने पर वह पानी $40$ मिनट में उबलता है। यदि दोनों कुण्डलियों को समान्तर क्रम में जोड़कर एकसाथ प्रयुक्त किया जाये तो उतना ही पानी उबालने में लगने वाला समय होगा
यदि किसी प्रतिरोध में प्रवाहित विद्युत धारा में $3 \%$ की वृद्धि होती है तो उस प्रतिरोध में शक्ति क्षय (power loss)
एक $25 $ वाट, $220$ वोल्ट तथा $100$ वाट, $220$ वोल्ट के दो बल्ब $220$ वोल्ट की विद्युत सप्लाई के साथ समान्तर क्रम में जुड़े हैं, तो कौनसा बल्ब अधिक प्रदीप्त होगा
एक $220\,V , 50\,Hz$ प्रत्यावर्ती धारा स्त्रोत को $25\,V , 5\,W$ के एक लेम्प से जोड़ा जाता है तथा एक अतिरिक्त प्रतिरोध $R$ को श्रेणीक्रम में चित्रानुसार जोड़ा जाता है ताकि लेम्प इसकी शिखर तीव्रता पर प्रकाशित हो, तो $R$ का मान ($ohm$ में) होगा :-
$6.0\, V$ की एक बैटरी के द्वारा बाहरी परिपथ में $5.0\, A$ की धारा $6.0$ मिनट तक प्रवाहित होती है। बैटरी की रासायनिक ऊर्जा का मान कितना घट जायेगा