यदि दोलन चुम्बकत्वमापी में चुम्बक के साथ पीतल की छड़ भी रखी जाती है तो आवर्तकाल
कम हो जाता है
बढ़ जाता है
अपरिवर्तित रहता है
पहले घटता है, फिर बढ़ता है
दोलन चुम्बकत्वमापी के द्वारा तुलना करते हैं
स्पर्शज्या धारामापी में परिवर्तन गुणांक का मात्रक है
समान त्रिज्या की कुण्डलियों वाले दो स्पर्शज्या धारामापी श्रेणीक्रम में जोड़े गये हैं। प्रवाहित धारा उनमें क्रमश: $ 60° $ और $45°$ के विक्षेप उत्पत्र करती है । कुण्डलियों में फेरों की संख्या का अनुपात है
स्पर्शज्या धारामापी से मापी गई धारा में न्यूनतम त्रुटि होगी जब विक्षेप है लगभग.....$^o$
दोलन चुम्बकत्वमापी में चुम्बक का आवर्तकाल $2 $ सैकण्ड होता है। यदि दूसरे चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण चार गुना है, तो आवर्तकाल प्रथम चुम्बक की तुलना में .......$sec$ होगा