केन्द्र से $\mathrm{r}$ दूरी के साथ $\mathrm{R}$ त्रिज्या के एक एकसमान आवेशित कुचालक ठोस गोले के कारण वैद्युत क्षेत्र का अभिरेखीय परिवर्तन निम्न प्रकार प्रंदर्शित है:

219495-q

  • [JEE MAIN 2023]
  • A
    219495-a
  • B
    219495-b
  • C
    219495-c
  • D
    219495-d

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परमाणु के प्रारंभिक प्रतिरूप में यह माना गया था कि आवेश $Z e$ का बिंदु आमाप का धनात्मक नाभिक होता है जो त्रिज्या $R$ तक एकसमान घनत्व के ऋणावेश से घिरा हुआ है। परमाणु पूर्ण रूप में विध्यूत उदासीन है। इस प्रतिसूप के लिए नाभिक से $r$ दूरी पर विध्यूत क्षेत्र कितना है?

त्रिज्या $R$ के एक समान गोलीय आयतन आवेश वितरण (uniform spherical volume charge distribution) को लीजिए। निम्नलिखित में से कौन सा ग्राफ गोलक (sphere) के मध्य से $r$ की दूरी पर विद्युत क्षेत्र (electric field) $E$ का परिमाण (magnitude) निरूपित करता है ?

  • [KVPY 2010]

एक अनन्त लम्बा रैखिक आवेश $2\,cm$ की दूरी पर $7.182 \times {10^8}\,N/C$ का विद्युत क्षेत्र उत्पन कर रहा है। रेखीय आवेश घनत्व होगा

एकसमान रूप से आवेशित गोले की त्रिज्या $R$ है। इसके केन्द्र से $r$ दूरी एवं उत्पन्न विद्युत क्षेत्र के बीच सही ग्राफीय निरूपण होगा

  • [AIIMS 2004]

एक $R$ त्रिज्या का कुचालक गोला एकसमान रूप् से आवेशित है। विद्युत क्षेत्र की तीव्रता केन्द्र से $r$ दूरी पर

  • [IIT 1998]