अभिक्रिया $A \to B$ के लिये दर नियम व्यंजक, दर $ = \,k\,[A]$ है निम्न में से कौनसा कथन सही नहीं है
यह कहा जा सकता है कि अभिक्रिया प्रथम कोटि की बलगतिकी का अनुकरण करती है
अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल अभिकारक की प्रारंभिक सान्द्रता पर निर्भर करता है
स्थिर ताप पर अभिक्रिया के लिये $k$ स्थिर है
अभिक्रिया के प्रारंभ होने के पश्चात दर नियम के द्वारा किसी भी समय अभिकारकों एवं उत्पादों की सान्द्रता ज्ञात की जा सकती है
निम्न अभिक्रियाओं के वेग व्यंजकों से इनकी अभिक्रिया कोटि तथा वेग स्थिरांकों की इकाइयाँ ज्ञात कीजिए।
$C _{2} H _{5} Cl ( g ) \rightarrow C _{2} H _{4}( g )+ HCl ( g ) \quad$ वेग $=k\left[ C _{2} H _{5} Cl \right]$
अभिक्रिया $A + B$ $\rightleftharpoons$ $AB$ में जब $A$ का सान्द्रण दुगना करते हैं, तो अभिक्रिया वेग कितना हो जायेगा
रसायनिकता रिक्त अभिक्रिया $2A + B \rightarrow C + D$ में तीन पृथक प्रयोगों में $298\, K$ पर निम्न गतिक आंकड़े प्राप्त किये गये:
प्रारम्भिक सांद्रण $(A)$ |
प्रारम्भिक सांद्रण $(A)$ |
$C$ बनने की प्रारम्भिक दर (मोल $L ^{-1} S ^{-1}$ ) |
$0.1\,M$ | $0.1\,M$ | $1.2\times 10^{-3}$ |
$0.1\,M$ | $0.2\,M$ | $1.2\times 10^{-3}$ |
$0.2\,M$ | $0.1\,M$ | $2.4 \times 10^{-3}$ |
अभिक्रिया के लिये $C$ बनने का दर नियम होगा:
किसी विशिष्ट अभिक्रिया के लिए, वेग $= k [ A ]^2[ B ]$ है। जब $B$ की सांद्रता को स्थिर रखते हुए $A$ की प्रारंभिक सांद्रता तीन गुना की जाती है, तो प्रारंभिक वेग -
$2 A+B \rightarrow C+D$ अभिक्रिया की बलगतिकी अध्ययन करने पर निम्नलिखित परिणाम प्राप्त हुए। अभिक्रिया के लिए वेग नियम तथा वेग स्थिरांक ज्ञात कीजिए।
प्रयोग | $[ A ] / mol L ^{-1}$ | $[ B ] / mol L ^{-1}$ | $D$ विरचन का प्रारंभिक वेग $/ mol \,L ^{-1} \,min ^{-1}$ |
$I$ | $0.1$ | $0.1$ | $6.0 \times 10^{-3}$ |
$II$ | $0.3$ | $0.2$ | $7.2 \times 10^{-2}$ |
$III$ | $0.3$ | $0.4$ | $2.88 \times 10^{-1}$ |
$IV$ | $0.4$ | $0.1$ | $2.40 \times 10^{-2}$ |